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शुक्रवार को हुआ वैचारिक महाकुंभ का शंखनाद, 15 अक्टूबर तक होगा विचार विमर्श

‘युवा’ द्वारा तीन दिवसीय ‘विमर्श’ कार्यक्रम शुक्रवार से शुरू हुआ, जिसमें देशभर के विद्वान चिंतन मनन करने के लिए शामिल हो रहे हैं। पहले दिन इस आयोजन में मीडिया, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, कानून, विज्ञान आदि अनेक महत्वपूर्ण विषयों के विद्वानों ने निर्धारित विषयों पर संबोधित किया।

सत्यवती कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम का उद्घाटन शुक्रवार को प्रसिद्ध विद्वान मुकुल कानिटकर के वक्तव्य से हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बचपन स्कूल के संस्थापक श्री अजय गुप्ता, अतिथि के रूप में सत्यवती कॉलेज की प्राचार्या डॉ अंजू सेठ, डीन ऑफ कॉलेजेस प्रो. बलराम पाणी एवं युवा के संयोजक कविंद्र तालियान तथा विमर्श की संयोजिका सुमान्या उपस्थित रहीं।

भारत मां को मां कहना ही नहीं मानना भी है, यौवन तो संयम में है, युवा वही जो राष्ट्र और समाज के लिए स्वप्न देखें: मुकुल कानिटकर

विमर्श कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध विद्वान मुकुल कानिटकर ने युवाओं को संबोधित किया, उन्होंने कहा कि हम सभी भारत मां को मां कहते तो हैं किंतु मानते हैं कि नहीं यह प्रश्न स्वयं से पूछना चाहिए।
यदि हम भारत मां को मां मानते हैं तो हमें अपने राष्ट्र के लिए छोटी छोटी चीजों की चिंता करनी चाहिए।
आज युवाओं का कर्तव्य है कि वे स्वदेशी, स्वभाषा और स्वकार्य के सिद्धांत पर चलें।

14 समानांतर सत्रों में आमंत्रित विद्वानों ने युवाओं से किया संवाद

कलाओं के संरक्षण में युवाओं की भूमिका विषय पर प्रो भरत गुप्त, अंतर्राष्ट्रीय कानून एवं राजनीति विषय पर प्रो एल पुष्पा कुमार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर श्री यतीन किश्वर, श्री अनिमेष व श्री कृष्ण शर्मा ने संबोधित किया। पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक एवं राजनीतिक पृष्ठभूमि विषय पर वक्तव्य दिया प्रो दीपिका सिंह, प्रो फिरमी बोडो व डॉ जैकलोंग वसुमैत्री ने। वैश्विक को बदलने में भारतीय यूपीआई का योगदान विषय पर श्री अनिल गुप्ता ने युवाओं की जिज्ञासा का समाधान किया। चारु प्रज्ञा द्वारा पुस्तक समीक्षा भी की गई। समूह परिचर्चा में मल्लिकार्जुन आईथा, अलंकृता पांडेय, वरुण श्रीवास्तव व प्रवीण आर्या वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।

15 अक्टूबर तक होगा विमर्श कार्यक्रम, देशभर के विद्वान युवाओं को करेंगे संबोधित

विभिन्न समसामयिक विषयों पर चिंतित मनन करने के लिए ‘युवा’ YUVA (यूथ यूनाइटेड फॉर विजन एंड एक्शन) नई पीढ़ी के बीच चिंतन मनन के तार्किक दृष्टिकोण, ज्ञानार्जन और बौद्धिक परिष्कार के लिए हर वर्ष वार्षिक आयोजन के रूप में ‘विमर्श’ का आयोजन करता है, इसी कड़ी में इस वर्ष नए विषयों पर विमर्श करने के लिए यह कार्यक्रम 13 से 15 अक्टूबर तक सत्यवती कॉलेज में होगा। कार्यक्रम में देशभर के विद्वान, लेखक, शोधकर्ता, दिल्ली विश्वविद्यालय सहित अन्य शैक्षणिक संस्थाओं के प्राध्यापक व विद्यार्थी सम्मिलित होंगे।

Campus Chronicle

YUVA’s debut magazine Campus Chronicle is a first of its kind, and holds the uniqueness of being an entirely student-run monthly magazine.

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