किसी भी ऐतिहासिक जीवन चरित्र के दो मुख्य साहित्यिक स्रोत होते हैं, एक जीवनी जिसमें व्यक्ति के निजी जीवन , क्या किया, कैसे किया और क्यों किया सम्मिलित रहता है और दूसरा उनका दर्शन सहित्य जो उनके स्वयं के लिखे हुए या बोले हुए शब्द होते हैं जिससे व्यक्ति के विचार क्या थे ,किस-किस सम्बन्ध…
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