विधानसभा चुनाव से करीब 5 महीने पहले होने जा रहा दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र संघ (डूसू) चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। इसके लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने विपक्षी छात्र इकाइयों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने भी अंदरूनी स्तर पर सक्रियता बढ़ा दी है। दूसरी ओर कांग्रेस के नेता भी एनएसयूआई को जिताने में जुटे हैं।डीयू की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार, कैंडिडेट 4 सितंबर तक नॉमिनेशन कर सकते हैं। नाम वापसी की आखिरी तारीख 5 सितंबर है। प्रत्याशियों की फाइनल सूची 5 सितंबर शाम 5 बजे जारी की जाएगी। 12 सितंबर को वोटिंग हैं। इसमें मॉर्निंग कॉलेज के छात्र सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक और ईवनिंग कॉलेज के छात्र दोपहर 3 बजे से शाम 7:30 तक वोट डाल सकेंगे। अगले दिन 13 सितंबर को वोटों की गिनती होगी।
इन सभी के बीच डूसू के साथ साथ अन्य कॉलेज के भी इलेक्शन काफी दिलचस्प होंगे । सभी बच्चे पूरे दम के साथ इलेक्शन कंपेन में जुटे दिखाई दे रहे है ।” कैंपस क्रॉनिकल ” इलेक्शन से जुड़ी जानकारी लेने जाकिर हुसैन कॉलेज (सांध्य) पहुंची । माना जाता है कि जाकिर हुसैन कॉलेज स्टूडेंट पॉलिटिक्स में अहम भूमिका निभाता है । इसीलिए गत वर्ष काफी चर्चा का कारण रहा था ।
कॉलेज के छात्रों से पता चला कि इस बार कॉलेज स्टूडेंट यूनियन के लिए सभी उम्मीदवार ने अपनी अपनी कमर कस ली है । प्रेसिडेंट और सेन्ट्रल काउंसलर के पोस्ट के लिए 10 उम्मीदवार मैदान में हैं ।अध्यक्ष के लिए उम्मीवारों में निम्नलिखित है –
हर्षवर्धन
तुषार राज
यामीन अहमद
दिग्विजय सिंह
दीपांशु देवतिया
खालिद
सभी प्रत्याशी कॉलेज के विभिन्न मुद्दों को लेकर छात्रों के बीच जाने का और पकड़ बनाने का प्रयास कर रहे हैं । जिसमे से B.A prog का फेस्ट और फ्रेशर्स करना सबसे बड़ा है । इसके साथ पानी की सुविधा , प्रोजेक्टर और स्मार्ट क्लास , और ईवनिंग कॉलेज होने के वजह से छात्राओं की सुरक्षा का मुद्दा भी शामिल है । अमित बी ए प्रोग्राम के तृतीय वर्ष के छात्र है वह कहते हैं कि ” अध्यक्ष का काम सिर्फ कॉलेज में फेस्ट और फ्रेशर्स करना ही नहीं बल्कि कॉलेज के छात्रों को विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन करना चाहिए जैसे इंटर कॉलेज क्विज , निबंध लेखन , इत्यादि। ” वहीं सौरभ झा बी ए प्रोग्राम द्वितीय वर्ष के छात्र है उन्होंने कहा कि ” अध्यक्ष को कॉलेज में प्रत्येक कक्षा के छात्रों के विषय में सोचना चाहिए और छात्रों के हित में काम करना चाहिए ” । अभिषेक कुमार कहते है कि ” कॉलेज में मेडिकल रूम और स्टेशनरी रूम शाम के वक़्त बंद हो जाता है , जिससे छात्रों को बहुत परेशानी होती है । ” शशिशेखर पांडेय कहते हैं कि इलेक्शन के समय छात्रों के बीच मार पीट नहीं होना चाहिए और उन्हें कॉलेज में एक होकर , भाईचारे के साथ रहना चाहिए ।
जाकिर हुसैन के शिक्षक और कर्मचारी भी कॉलेज में इलेक्शन के दौरान हिंसा ना हो इसके लिए तैयार है । जाकिर हुसैन पूरे इलेक्शन में पर्यावरण को कोई हानि ना हो इसका भरपूर ध्यान देता है । कॉलेज परिशर में किसी प्रकार का प्रिंटेड कार्ड्स और पर्चे बांटना मना है और ऐसा करने वाले पर जुर्माना भी लगाया जाता है ।