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कम्प्यूटर युग व इनसे बदलाव की जरूरत

–Written By Arun Mishra


आज से 5 या 10 साल पहले ऐसी कोई ऐसी जगह नहीं होती थी जहाँ एसटीडी-पीसीओ ना हो। पहले जगह-जगह पीसीओ हुआ करते थे । फिर जब सब की जेब में मोबाइल फोन आ गया, तो धीरे धीरे एसटीडी-पीसीओ बंद होने लगे। फिर उन सब पीसीओ वाले दुकानदारों ने फोन का रिचार्ज बेचना शुरू कर दिया। अब तो हालत ये है कि लोगों ने रिचार्ज भी ऑनलाइन पोर्टल पेटीएम, फोन पे, गूगल पे इत्यादि से कराना शुरू कर दिया है।
क्या आपने अपने आसपास होने वाले इस बदलाव पे कभी ध्यान दिया?

आजकल बाज़ार में हर तीसरी दूकान मोबाइल फोन की है। कोई बेच रहा है, तो कोई बना रहा है तो कोई रिचार्ज कर रहा है तो कोई एसेसरीज बेच रहा है तो कोई रिपेयर कर रहा है, कोई उसको मेंटिनेंस कर रहा है
अब ज्यादातर काम डिजिटल पेमेंट व ई कामर्स पोर्टल पेटीएम, फोन पे, गूगल पे इत्यादि से हो जाता है और तो और कमाल की बात ये है कि ये पोर्टल आपके हर ट्रांजेक्शन पर कुछ न कुछ कैशबैक भी देते ही है। अब तो लोग रेल का टिकट भी अपने फोन से ही बुक कराने लगे हैं। अब पैसे का लेनदेन भी बदल रहा है। कैरेन्सी नोट की जगह पहले प्लास्टिक मनी(एटीएम, क्रेडिट कार्ड व नेटबैंकिंग) ने ली और पूरा लेनदेन ही डिजिटल हो गया है। पहले आपको हर काम के लिए घूमना पड़ता था वही अब हर काम के लिये आपको मोबाइल में ही देखना पड़ता है। मसलन अगर आपको घर खरीदना या बेचना है तो आप अनेको प्रोपेर्टी वेबसाइट व एप्प पर देख सकते हैं।

आपको अगर कोई घर का सामान बेचना है तो उसके लिए अलग वेब व पोर्टल है। आपको घर के लिए ग्रोसरी इत्यादि मंगाना है तो आप लोकल या नेशनल लेवल के कई सारे वेब व एप्प इत्यादि ये सुविधा आपको घर बैठे दे रहे हैं।

कहने का मतलब ये है कि दुनिया बहुत तेज़ी से बदल रही है। अगर आप अपनी सारी इंद्रियां मसलन आँख कान नाक खुले नही रखेंगे तो आप समाज के इस बदलाव में काफी पीछे छूट जायेंगे।

1998 में फोटोग्राफी की दुनिया मे एक बहुत बड़ा ब्रांड था कोडक। एक सर्वे के अनुसार इसमे 1,70,000 कर्मचारी काम करते थे और वो दुनिया का 85% फोटो पेपर बेचते थे। चंद सालों में ही डिजिटल फोटोग्राफी के बयार में वो खुद को संभाल नही पेये और इस बदलाव ने उनको बाज़ार से बाहर कर दिया। कोडक दीवालिया हो गयी और उनके सब कर्मचारी सड़क पे आ गए।

क्या आपको अंदाजा है कि आने वाले 10 सालों में दुनिया पूरी तरह बदल जायेगी और आज चलने वाली 70 से 90% उद्द्योग धंधे बंद हो जायेंगे।

आइये चौथी औद्योगिक क्रान्ति में आपका स्वागत है। Exponential Age में आपका स्वागत है। सॉफ्टवेयर की दुनिया अगले 10 सालों में आपकी दुनिया को बदल के रख देंगे।

क्या आप इस बदलाव के लिए तैयार हैं?

क्या आप अभी से अपने को ढालने के लिए लगे हुए हैं?

उबर सिर्फ एक साफ्टवेयर कम्पनी है। उनकी अपनी खुद की अपनी एक भी कार नहीं इसके बावजूद कमाल देखिये आज उबर दुनिया की सबसे बड़ी टैक्सी कम्पनी है। Airbnb दुनिया की सबसे बड़ी होटल कम्पनी है, वो अलग बात है कि उनके पास अपना खुद का एक भी होटल नहीं है।

संयुक्त राज्य(US) में अब युवा वकीलों के लिए कोई विशेष काम नहीं बचा है, क्यों कि ‘आईबीएम वाटसन’ नामक साफ्टवेयर पल भर में ज़्यादा बेहतर कानूनी सलाह दे देता है। अगले 10 साल में US के 90% वकील बेरोजगार हो जायेंगे। जो 10% बचेंगे। वो Super Specialists होंगे। वाटसन नामक साफ्टवेयर मनुष्य की तुलना में कैंसर का डायग्नोसिस 4 गुना ज़्यादा सटीकता से करता है।

साल 2030 तक कम्प्यूटर मनुष्य से ज़्यादा गुणवान हो जाए। 2022 तक ऑटोमेटिक चलने वाली ड्राइवर लेस सड़कों पर उतरने लगेंगी। 2020 तक ये एक अकेला आविष्कार पूरी दुनिया को बदलने की शुरुआत कर देगा।

अगले 10 सालों में दुनिया भर की सड़कों से 90% कारे गायब हो जायेंगी। जो बचेंगी वो या तो बिजली से चलने वाली कर होंगी या फिर हाइब्रिड। सडकें खाली होंगी Petrol की खपत 90% घट जायेगी। वो सारे सारे अरब देश दीवालिया हो जायेंगे।

आप उबर जैसे एक साफ्टवेयर से कार मंगाएंगे और कुछ ही क्षणों में एक ड्राइवर लेस कार आपके दरवाज़े पे खड़ी होगी… उसे यदि आप किसी के साथ शेयर कर लेंगे तो वो राइड आपकी Bike से भी सस्ती पड़ेगLगी। कारो के ड्राइवरलेस होने के कारण 99% दुर्घटनाये होने बंद हो जायेंगे। इस से कारो के इन्सुरेंस नामक धन्धा बंद हो जाएगा। ड्राईवर गिरी जैसा कोई रोज़गार धरती पे नहीं बचेगा.

जब शहरों और सड़कों से 90% कारें गायब हो जायेंगी, तो ट्रैफिक और पार्किंग जैसी समस्याएं स्वतः समाप्त हो जायेंगी… क्योंकि एक कार आज की 20 कारो के बराबर

समय के साथ बदलने की तैयारी करो तभी आप इस मार्केट में टिक पावोगे वरना आपको मार्केट से उड़ने में देर नही लगने वाली है।

Campus Chronicle

YUVA’s debut magazine Campus Chronicle is a first of its kind, and holds the uniqueness of being an entirely student-run monthly magazine.

2 thoughts on “कम्प्यूटर युग व इनसे बदलाव की जरूरत

  1. बिल्कुल सही कहा आपने । भविष्य की तैयारी हमें अभी से करनी होगी ।

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